Study of Agriculture
Study in Hindi
What is the Agriculture
Type of agriculture
My Example
Sustainable agriculture
Shifting cultivation
Terra-forming
Response farming
Hydroponics
Branches of Agriculture
Agronomy | Soil science | Agriculture botany |
Entomology | Plant pathology | plant genetics |
Soil chemistry | Animal husbandry & veterinary science |
Agricultural enginee |
Soil conservation | Agriculture extension | Farma managem |
Pisciculture | Horticulture | Poultry |
---|---|---|
Bee keeping | Sericulture | Lac culture |
इन सभी Branches को हम आने वाले दिनों में detail में पढ़ेंगे
Type of farming
पूरे विश्व में अलग-अलग स्थानों पर वहां की Soil, जलवायु और अन्य कारणों से अलग-अलग प्रकार की खेती की जाती है
Type of farming निम्नलिखित हैं।
Specialised farming :-
specialised farming का अर्थ है इस प्रकार की खेती करना जिससे कुल खेती की आय का 50 % से ज्यादा एक ही साधन या फसल से प्राप्त हो ।
Diversified farming :-
जब कृषि फार्म की आय अलग-अलग साधनों या फसलों से प्राप्त होती है अर्थात किसी भी साधन से या फसल से 50% से ज्यादा आय प्राप्त नहीं होती। आय थोड़ी थोड़ी मात्रा में अलग-अलग साधन या फसलों से प्राप्त होती है।
Dry farming :-
ऐसे क्षेत्र जहां वार्षिक वर्षा 50CM अथवा इससे भी कम होती है तथा सिंचाई के साधनों का अभाव होता है इन क्षेत्रों में खेती करना Dry farming कहलाता है।
Mixed farming :-
जब फसल उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन , मुर्गीपालन , मधुमक्खी पालन , सुअर पालन आदि कार्य भी किए जाते हैं . तो इसे मिश्रित खेती (Mixed farming) कहते हैं।
Irrigated farming :-
Irrigated farming फसल उगाने की एक आधुनिक विधि है . जिसमें फसलों से अधिक उत्पादन लेने के लिए फसलों की water requirement की Critical stage में फसलों को जल Irrigation method द्वारा उपलब्ध करा दिया जाता है।
Ranching farming :-
-इस प्रकार की खेती में भूमि की जुदाई बुआई गुड़ाई आदि नहीं की जाती और ना ही फसल उत्पादन किया जाता है बल्कि प्राकृतिक वनस्पति पर ही विभिन्न प्रकार के पशुओं को चराया जाता है जैसे भेड़ बकरी गाय भैंस आदि ।
इस प्रकार के फॉर्म ऑस्ट्रेलिया , अमेरिका और भारत के पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों में हैं।
इस प्रकार के फॉर्म ऑस्ट्रेलिया , अमेरिका और भारत के पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों में हैं।
Systems of farming
Systems of farming कई बातों पर निर्भर करतेी हैं क्योंकि यहां सामाजिक और आर्थिक क्रिया पर आधारित होतेी हैं
Individual farming :-
Individual farming में भूमि का स्वामित्व किसान के पास ही होता है और यह स्वामित्व पिता के बाद पुत्र को लगातार हस्तांतरित होता रहता है इस प्रणाली के अंतर्गत आने वाले फार्म पर किसान अपनी इच्छा योग्यता और आर्थिक साधनों के अनुसार खेती करता है।
Collective farming :-
Collective farming में फार्म का प्रबंधन तथा स्वामित्व सामूहिक होता है इस प्रणाली में एक ही गांव में रहने वाले बहुत से परिवार अपने साधनों जैसे उपकरण ,भूमि ,पशुधन मशीनें आदि इकट्ठा कर लेते हैं और इसके बाद यह साधन व्यक्ति विशेष के संपत्ति ना रहकर समिति की हो जाती है। और व्यवसाय के व्यस्थापन तथा संचालन के लिए एक प्रबंधन समिति बनाई जाती है समिति किसी अन्य योग्य व्यक्ति या परिवार जिसमें सभी आवश्यक योग्यताएं है को सम्मिलित करने से रोक नहीं सकती। सदस्यों को working days के आधार पर परिश्रमिक दिया जाता है। वर्ष के अंत में प्राप्त लाभांश को सदस्यों में उनके द्वारा किए गए कार्यों के अनुसार बांट दिया जाता है।
Co-operative farming :-
Cooperative farming का अर्थ उस संगठन से जिसमें किसान परस्पर लाभ के उद्देश्य से अपनी इच्छा से अपनी भूमि ,श्रम और पूंजी को एकत्रित करके सामूहिक रुप से खेती करते हैं।
कार्य और स्वामित्व के अनुसार यह चार प्रकार की होती है।
Co-operative better farming
Co-operative joint farming
Co-operative tenancy forming
Co-operative collective farming
State farming :-
जैसा कि आप उसके नाम से ही समझ सकते हैं कि state farming का Management government द्वारा किया जाता है सरकार द्वारा यहां वेतन भोगी कर्मचारी नियुक्त कर दिए जाते हैं और मजदूरों द्वारा कृषि कार्य करवाया जाता है परंतु इस प्रकार के फार्म पर प्रोत्साहन के अभाव के कारण श्रमिक और प्रबंधक दोनों ही उदासीन रहते हैं
Capitalistic farming :-
capitalistic farming में फार्म का प्रबंधन एवं स्वामित्व धनवान एवं पूंजीपतियों के पास होता है
इन फार्म का आकार काफी बड़ा होता है तथा प्रबंधन कुशल होता है सा धन प्रचुर मात्रा में होता हैं तथा उन्नत तकनीकों का प्रयोग किया जाता है।
इन फार्म का आकार काफी बड़ा होता है तथा प्रबंधन कुशल होता है सा धन प्रचुर मात्रा में होता हैं तथा उन्नत तकनीकों का प्रयोग किया जाता है।
capitalistic farming का उदाहरण असम व अन्य राज्यों में स्थित चाय के बागान हैं
Not :- इस Article में समय-समय पर Update होते रहेंगे इस लिए आप यहां से Update लेते रहे।
Kye points
* Agri Indian agriculture Research Institute स्थापना 1905 में की गई थी* Indian Council of cultural Research की स्थापना 1929 में की गई थी
* भारत में पहला कृषि विश्वविद्यालय 1960 पंतनगर में खोला गया
* India को 15 agro- climatic zones ओर 20 Agro-ecological zones मे बांटा गया है
* Agronomy को स्वतंत्र विषय के रूप में मान्यता सन 1900 में दी गई
* सर्वप्रथम 1908 में American Society of agronomy की स्थापना की गई
* Indian Society of agronomy की स्थापना 1955 में की गई थी
* भारत में सर्वाधिक क्षेत्रफल पर चावल की खेती की जाती है
* विश्व में गेहूं की खेती सर्वाधिक क्षेत्रफल पर की जाती है .
1 comment:
Thanks for your support ..
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